कंबोडिया की सच्ची घटना जो आपका दिमाग हिला कर रख देगी।

💀💀#कंबोडिया की दास्तान💀💀
(आखिर तक पढिये)

#किलिंगफील्ड में अंदर जाने के लिए टिकट लिया … टिकट काउंटर पर बैठी महिला ने हमसे कहा … आपके पास सिर्फ डेढ़ घंटे का समय है … उसके बाद यह बंद हो जाएगा … इसलिए आप 6:00 बजे के पहले वापस आ जाइएगा …

मैंने कहा … ओके
उनका दूसरा सवाल था … क्या आपको कोई गाइड की जरूरत है … ??
मेरे हां कहने पर … एक दुबले-पतले नाटे कद के सज्जन ने … खुद को गाइड के रूप में प्रस्तुत किया

हम उनके साथ चल दिये … सबसे पहले वह लेकर पहुंचे हमे एक टावर में …

जो देखा, उसे देखकर सर घूम गया …

वह टावर मानव खोपड़ीओं का मीनार था… लगभग 5000 से अधिक मानव खोपड़ी … शीशे की एक टावर में रखी हुई थी …

मेरी आंखें फटी की फटी रह गई … मैंने अपने को संयत करते हुए … गाइड से पूछा … यह क्या है … ???

गाइड ने धीरे-धीरे बताना शुरू किया … यह उन अभागे #कंबोडियनस के सर है,जिन्हे #पोलपोट ने 1975 से 1979 के बीच … यहां लाकर हत्या कर दी …

हम अवाक हो गए ???

मेरे मुंह से निकला” लेकिन क्यों ??

गाइड का कहना था …” #कम्युनिस्ट सरकार कंबोडिया को वापस एक एग्रीकल्चरल कंट्री बनाना चाहते थे ,इसलिए शहरो को समाप्त करके आबादी को गांव में शिफ्ट करने का निर्देश जारी किया गया ।जिन्होंने भी आज्ञा का उल्लंघन किया उन्हें #किलींगफील्ड में ले जाकर समाप्त कर दिया गया।जहां आप लोग खड़े हैं यहां 30000 से अधिक लोगों की हत्या हुई,जिसमें अधिकतर लोगों की हत्या गोली मारकर नहीं की गई बल्कि कुदाल से उनकी सर के पीछे मार कर अधमरा कर दिया गया और फिर उन्हें जीते जी गड्ढों में दफना दिया गया

ये सुनकर हम तुरन्त वहां से बाहर निकल आये

गाइड हमे लेकर उस बगीचे में चल पडा उसने आगे बताया ,”यह एक आम के पेड़ का बगीचा हुआ करता था जिससे #पोलपोट ने #किलींगफील्ड के तौर पर विकसित किया ।

वहाँ जगह-जगह गड्ढे थे ।

उन गड्ढों की ओर इशारा करके .गाइड ने बताया यह #सामूहिक_कब्र रहे हैं ।सैनिकों के गाड़ियों में लोगों को लाया जाता था … बच्चे ,बुड्ढे ,जवान,स्त्री ,पुरुष ..सभी को यहां क्यु में खड़ा किया जाता था … ।

जो खुश किस्मत होते थे … उन्हें गोली मार दी जाती थी … और जो बदकिस्मत होते थे … उनके सर पर कुदाल का प्रहार किया जाता था … सर पे चोट लगते ही … वे गिर कर तड़पते रहते थे … और फिर उन्हें जीते जी सामूहिक रूप से गड्ढे में दफना दिया जाता था …

अधिकांश केस में गड्ढे उन बदनसीब लोगों के द्वारा ही तैयार किया जाता था … एक जगह पर कुछ पुराने कपड़े भी पड़े हुए थे …

गाइड का कहना था … यह कपड़े उन बदनसीबो का है … जिनकी हत्या यहां की गई … सैनिक उन लाशों से जो भी वैल्युएबल चीज होती थी … उसे निकाल लेते थे … हर रोज सैनिक गाड़ियों में लोग भर भर कर लाए जाते थे … और यही प्रक्रिया को दोहराया जाता था … इस बगीचे में 30000 लोगों की हत्या की गई … तीन सौ से अधिक किलिंग फील्ड्स पूरे कंबोडिया में मौजूद है … जिसमें 15 लाख से ज्यादा लोगों की हत्या हुई …

अब मेरी टांगे थरथरा रही थी … मुंह से आवाज आने बंद हो गई थी … आंखें फटी की फटी रह रही थी …मुझे उल्टी आने को हो रही थी …

गाइड हमे लेकर ऐसी जगह पर पहुंचा … जहां उसने बताया … यहां पर कुछ ऐसी हड्डियां मिली … जिससे पता चलता है कि मरने वाले की उम्र 6 महीने से भी कम थी … मतलब 6 महीने से कम उम्र के बच्चों की भी हत्या कर दी गई थी …

मेरी हिम्मत जवाब दे रही थी … समय भी पूरा होता जा रहा था … गाइड के.साथ हम बाहर आ गए .. बाहर निकलने पर मुझे थोड़ी चैन आई …

गहरी सांस लेने के बाद … मैंने गाइड से कहा अजीब शैतान था … #पोलपोट

गाइड ने कहा ऐसे शैतान धरती पर हमेशा से होते हैं …

मैंने कहा मुझे संदेह है … उसके जैसा शैतान और भी कोई हुआ होगा …

ठीक उसी पल गाइड ने जो कहा वो सुनकर हम स्तब्ध हो गए

उसका कहना था … ऐसा शैतान तो आपके देश में भी बहुत हुए हैं #पानीपत की दूसरी लड़ाई में #अकबर ने 55000 लोगों का सर काट कर एक मीनार बनाया था … जिसको आपकी कंट्री में #अकबर_द_ग्रेट माना जाता है

लेकिन हमारे देश मे इसे #शैतान ही कहते हैं …

मैं सोच रहा था हमारे देश मे #ताजमहल से लेकर #लालकिले तक कितने सर कटे होंगे?

1000 साल तक #नरपिशाच हम पर राज करते रहे और हमने उनके नाम पर #सड़कें, #शहर, #पार्क और #युनिवेर्सिटी बना डाली !!!

कब और कैसे शैतान हमारे देश मे भगवान हो गये??

क्या इसके जिम्मेदार हमारे पुरखें हैं जिन्होंने सत्य को समझने की कोशिश नही की और जो हो रहा था होने दिया???

हमारी इतिहास की पुस्तकें हमारे मुँह पर थप्पड़ हैं जिनमे बर्बर आतयाई लुटेरों का महिमा मंडन किया गया 😪😪😪

इतिहास की सच्चाई सामने लानी होगी #history #story

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